होगा भाई धन्य जीवन, साधो ठाकुर चरण।
उनको वरण कर लो।।
सद् गुरु शरण में आओ, शिष्ट सुधि बोधि पाओ।
उनको वरण कर लो।।
होगा ....
देव मनुज सबके धाता, दयाल गुरु जग विधाता।
इष्ट पथ पर मन लगाना, चलना सबको चलाना॥
होगा...
बिन गुरु के जीवन प्यासा, प्रेम भक्ति गुरु निवासा।
सुधा वचन मूर्त कराना, बचना सबको बचाना ॥
होगा...
पुरुषोत्तम गुरुधारा, जल थल सब मुखर सारा।
प्रेम की गंगा बहाना, बढ़ना सबको बढ़ाना॥
होगा भाई धन्य जीवन, साधो ठाकुर चरण।
उनको वरण कर लो।।
1 comment:
Jai Guru!
vah kya bhajan hai.
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